Monday 20 March 2017

Akbar Birbal Soldier Armor examination Story In Hindi – बख्तर की परीक्षा

Akbar Birbal Soldier Armor examination Story In Hindi



एक बार अकबर बादशाह ने एक कारीगर को बख्तर बंद लोहे कावस्त्रजिसे फौजी युद्ध के अवसर पर धारण करते हैं बनानकाआदेश दिया। राजा के आदेशनुसार कुछ दिन के बाद कारीगर नेबख्तर बंद तैयार करके बादशाह के सामने हाजिर कर दिया।

Akbar Birbal I am big or Indra Story In Hindi – मैं बडा या इंद्र

Akbar Birbal I am big or Indra Story In HindiAkbar Birbal I am big or Indra Story In Hindi


एक सुबह अकबर और बीरबल बगीचे में घुमने निकलेघुमतेहुए वे स्वर्ग नर्क की बातें कर रहे थे। बातो ही बातों में स्वर्ग केराजा इंद्र की बात चल पडी। अकबर ने बीरबल से पूछा-बीरबलराजा इंद्रा बडा हैं या मैं ? जो सही बात हो वही कहना 

Akbar Birbal Birbal's intelligence Story In Hindi – बीरबल की होशियारी

Akbar Birbal Birbal's intelligence Story In HindiAkbar Birbal Birbal's intelligence Story In Hindi

एक बार की बात हैं, सर्दी का मौसम था, अकबर और बीरबल तालाब के नजदीक टहल रहे थे | तभी बीरबल को यह विचार आया की मनुष्य पेसो के लिए कुछ भी कर सकता हैं | बीरबल ने अपनी भावनाओ को अकबर के सामने व्यकत कि | तभी अकबर ने अपनी एक उंगली तालाब के पानी में डाली और झट से उंगली को बाहर निकाली क्योंकि पानी बहुत ठंडा था | और अकबर बोले मुझे नहीं लगता है की कोई व्यक्ति पेसो के लिए पूरी रात ऐसी ठण्ड में बिता दें |

Akbar Birbal Who is wise Story In Hindi – बुद्धिमान कौन

Akbar Birbal Who is wise Story In HindiAkbar Birbal Who is wise Story In Hindi

एक राजा स्वयं को दुनिया का सबसे बढ़ा बुद्धिमान राजा मानता था | वो जानना चाहता था की उसकी सोच सही है या गलतक्या इस संसार में उससे भी अधिक बुद्धिमान कोई है या नहीं | यह सोचकर उसने अपने सभी दरबारियों और कर्मचारियों को इकठ्ठा किया और उनसे पूछने को कहा की उसके मन में क्या है |

Thursday 16 March 2017

Osho Death does not leave chase Story in Hindi - मौत पीछा नहीं छोड़ती

Osho Death does not leave chase Story in Hindi


एक बहुत प्यारी सूफ़ी कहानी हैः

एक बादशाह ने एक दिन सपने में अपनी मौत को आते हुए देखा। उसने सपने में अपने पास खड़ी एक छाया देख, उससे पूछा-'तुम कौन हो? यहां क्यों आयी हो?'

Osho Give life to legislative march No prohibitory escape Story in Hindi - जीवन को विधायक आरोहण दो, निषेधात्मक पलायन नही

Osho Give life to legislative march No prohibitory escape Story in Hindi

जीवन से अंधकार हटाना व्यर्थ है, क्योंकि अंधकार हटाया नहीं जा सकता. जो यह जानते हैं, वे अंधकार को नहीं हटाते, वरन् प्रकाश को जलाते हैं.

Osho Future and Past Ages Story in Hindi - भविष्य और अतीत कल्पित समय हैं

Osho Future and Past Ages Story in Hindi

Osho Future and Past Ages Story in Hindi
मैंने सुना है, एक वृद्ध व्यक्ति हवाईजहाज से न्यूयार्क जा रहा था. बीच के एक एयरपोर्ट पर एक युवक भी उसमें सवार हुआ. उस युवक के बैग को देखकर लगता था कि वह शायद किसी इंश्योरेंस कंपनी का एक्जीक्यूटिव था. युवक को उस वृद्ध व्यक्ति के पास की सीट मिली. 

Wednesday 15 March 2017

Osho Hundreds walk but hardly one arrives that's also rare Story in Hindi - सैकड़ों चलते हैं लेकिन मुश्किल से एक पहुंचता है, वह भी दुर्लभ है

Osho Hundreds walk but hardly one arrives that's also rare Story in Hindi

Osho Hundreds walk but hardly one arrives that's also rare Story in Hindi


तिब्बत में यह प्राचीन कहावत है कि सैकड़ों चलते हैं लेकिन मुश्किल से एक पहुंचता है--वह भी दुर्लभ है..

मुझे एक प्राचीन तिब्बती कथा याद आती है...

Osho Searching for peace Story in Hindi - शांति की खोज

Osho Searching for peace Story in Hindi

Osho Searching for peace Story in Hindi
कथा है कि चीन के सम्राट ने बोधिधर्म से पूछाः मेरा चित्त अशांत है, बेचैन है। मेरे भीतर निरंतर अशांति मची रहती है। मुझे थोड़ी शांति दें या मुझे कोई गुप्त मंत्र बताएं कि कैसे मैं आंतरिक मौन को उपलब्ध होऊं।’’

Osho Dig your land the treasure will always be there Story in Hindi - अपनी जमीन खोदें, खजाना हमेशा वहाँ मिलेगा

Osho Dig your land the treasure will always be there Story in Hindi

Osho Dig your land the treasure will always be there Story in Hindi
एक राजधानी में एक भिखारी एक सड़क के किनारे बैठकर बीस-पच्चीस वर्षों तक भीख मांगता रहा। फिर मौत आ गयी, फिर मर गया। जीवन भर यही कामना की कि मैं भी सम्राट हो जाऊं। कौन भिखारी ऐसा है, जो सम्राट होने की कामना नहीं करता? जीवन भर हाथ फैलाये खड़ा रहा रास्तों पर।

Osho without being one with life, life cannot be known Story in Hindi - जीवन के साथ एक हुए बिना, जीवन को नहीं जाना जा सकता

Osho without being one with life, life cannot be known Story in Hindi

Osho without being one with life, life cannot be known Story in Hindi

कोई डेढ़ हजार वर्ष पहले चीन के सम्राट ने सारे राज्य के चित्रकारों को खबर की कि वह राज्य की मुहर बनाना चाहता है। मुहर पर एक बांग देता हुआ, बोलता हुआ मुर्गा, उसका चित्र बनाना चाहता है। जो चित्रकार सबसे जीवंत चित्र बनाकर ला सकेगा, वह पुरस्कृत भी होगा, राज्य का कलागुरु भी नियुक्त हो जायेगा। और बड़े पुरस्कार की घोषणा की गयी।

Osho Quest for Happiness Story in Hindi - आनंद की खोज

Osho Quest for Happiness Story in Hindi

Osho Quest for Happiness Story in Hindi
एक दिन संसार के लोग सोकर उठे ही थे कि उन्हें एक अदभुत घोषणा सुनाई पड़ी। ऐसी घोषणा इसके पूर्व कभी भी नहीं सुनी गई थी। किंतु वह अभूतपूर्व घोषणा कहां से आ रही है, यह समझ में नहीं आता था। उसके शब्द जरूर स्पष्ट थे। शायद वे आकाश से आ रहे थे, या यह भी हो सकता है कि अंतस से ही आ रहे हों। उनके आविर्भाव का स्रोत मनुष्य के समक्ष नहीं था।

Osho State seal Story in Hindi - राज्य की मुहर

Osho State seal Story in Hindi

Osho State seal Story in Hindi
कोई डेढ़ हजार वर्ष पहले चीन के सम्राट ने सारे राज्य के चित्रकारों को खबर की कि वह राज्य की मुहर बनाना चाहता है। मुहर पर एक बांग देता हुआ, बोलता हुआ मुर्गा, उसका चित्र बनाना चाहता है। जो चित्रकार सबसे जीवंत चित्र बनाकर ला सकेगा, वह पुरस्कृत भी होगा, राज्य का कलागुरु भी नियुक्त हो जायेगा। और बड़े पुरस्कार की घोषणा की गयी।

Osho Make life alive and live happily Story in Hindi - जिंदगी को जिंदा बनाएँ और जिंदादिली से जियें

Osho Make life alive and live happily Story in Hindi

Osho Make life alive and live happily Story in Hindi

जिंदगी को अगर हमें जिंदा बनाना है, तो बहुत सी जिंदा समस्याएं खड़ी हो जाएंगी। लेकिन होनी चाहिए। और अगर हमें जिंदगी को मुर्दा बनाना है, तो हो सकता है हम सारी समस्याओं को खत्म कर दें, लेकिन तब आदमी मरा-मरा जीता हैं. 

Osho Internal Awareness is Necessary Story in Hindi - आंतरिक जागरूकता जरुरी है

Osho Internal Awareness is Necessary Story in Hindi

Osho Internal Awareness is Necessary Story in Hindi

उस सचेतना में, जिस आनंद का अनुभव हुआ है, अब मैं चाहता हूं, मैं भी परमात्मा का चोर हो जाऊं। अब आदमियों की संपदा में मुझे भी कोई रस दिखाई नहीं पड़ता। क्योंकि उस सचेतना में मैंने अपने भीतर जो सपंदा देखी है, वह इस संसार में कहीं भी नहीं है...

Thursday 2 March 2017

Rabindranath Tagore Precious gift Story in Hindi – अनमोल भेंट

Rabindranath Tagore Precious gift Story in HindiRabindranath Tagore Precious gift Story in Hindi



रायचरण बारह वर्ष की आयु से अपने मालिक का बच्‍चा खिलाने पर नौकर हुआ था। उसके पश्चात् काफी समय बीत गया। नन्हा बच्‍चा रायचरण की गोद से निकलकर स्कूल में प्रविष्ट हुआ
स्कूल से कॉलिज में पहुँचाफिर एक सरकारी स्थान पर लग गया। किन्तु रायचरण अब भी बच्‍चा खिलाता थायह बच्‍चा उसकी गोद के पाले हुए अनुकूल बाबू का पुत्र था।

Rabindranath Tagore Orphan Story in Hindi – अनाथ

Rabindranath Tagore Orphan Story in HindiRabindranath Tagore Orphan Story in Hindi



गांव की किसी एक अभागिनी के अत्याचारी पति के तिरस्कृत कर्मों की पूरी व्याख्या करने के बाद पड़ोसिन तारामती ने अपनी राय संक्षेप में प्रकट करते हुए कहा- ''आग लगे ऐसे पति के मुंह में।''

Rabindranath Tagore Antim Pyaar Se Story in Hindi - अन्तिम प्यार से

Rabindranath Tagore Antim Pyaar Se Story in HindiRabindranath Tagore Antim Pyaar Se Story in Hindi



आर्ट स्कूल के प्रोफेसर मनमोहन बाबू घर पर बैठे मित्रों के साथ मनोरंजन कर रहे थेठीक उसी समय योगेश बाबू ने कमरे में प्रवेश किया। योगेश बाबू अच्छे चित्रकार थेउन्होंने अभी थोड़े समय पूर्व ही स्कूल छोड़ा था। उन्हें देखकर एक व्यक्ति ने कहा-योगेश बाबू! नरेन्द्र क्या कहता हैआपने सुना कुछ?

Rabindranath Tagore Kanchan Story in Hindi – कंचन

Rabindranath Tagore Kanchan Story in HindiRabindranath Tagore Kanchan Story in Hindi


मैं विदेश लौटकर छोटा नागपुर के एक चन्द्रवंशीय राजा के दरबार में नौकरी करने लगा। उन्हीं दिनों मेरी देशव्यापी कीर्ति की पटल पर अचानक एक छोटी-सी कहानी खिल उठी। उन दिनों गगन टेसू की रक्तिमाभा से विभोर था। शाल वृक्ष की टहनियों पर मंजरियां झूल रही थीं। मधुमक्खियों के समूह मंडराते फिर रहे थे। व्यापारी लोगों का लाख संग्रह का समय आ गया था। बेर और शहतूत के पत्तों से रेशम के कीड़े इकट्ठे किए जा रहे थे। संथाल जाति महुए बीनती हुई फिर रही थी। नूपुर की झंकार के समान गूंजती हुई नदी वहीं पर बही जा रही थी। मैंने स्नेह से उस नदी का नाम रखा था-
 'तनिका'

Rabindranath Tagore lost pearl Story in Hindi – खोया हुआ मोती

Rabindranath Tagore lost pearl Story in HindiRabindranath Tagore lost pearl Story in Hindi

मेरी नौका ने स्नान-घाट की टूटी-फूटी सीढ़ियों के समीप लंगर डाला। सूर्यास्त हो चुका था। नाविक नौका के तख्ते पर ही मगरिब (सूर्यास्त) की नमाज अदा करने लगा। प्रत्येक सजदे के पश्चात् उसकी काली छाया सिंदूरी आकाश के नीचे एक चमक के समान खिंच जाती।

Rabindranath Tagore Aprichita Story in Hindi – अपरिचिता

Rabindranath Tagore Aprichita Story in HindiRabindranath Tagore Aprichita Story in Hindi


आज मेरी आयु केवल सत्ताईस साल की है। यह जीवन न दीर्घता के हिसाब से बड़ा हैन गुण के हिसाब से। तो भी इसका एक विशेष मूल्य है। यह उस फूल के समान है जिसके वक्ष पर भ्रमर आ बैठा हो और उसी पदक्षेप के इतिहास ने उसके जीवन के फल में गुठली का-सा रूप धारण कर लिया हो।

Rabindranath Tagore Poet and Poetry Story in Hindi - कवि और कविता

Rabindranath Tagore Poet and Poetry Story in HindiRabindranath Tagore Poet and Poetry Story in Hindi



राजमहल के सामने भीड़ लगी हुई थी। एक नवयुवक संन्यासी बीन पर प्रेम-राग अलाप रहा था। उसका मधुर स्वर गूंज रहा था। उसके मुख पर दया और सहृदता के भाव प्रकट हो रहे थे। स्वर के उतार-चढ़ाव और बीन की झंकार दोनों ने मिलकर बहुत ही आनन्दप्रद स्थिति उत्पन्न कर रखी थी। दर्शक झूम-झूमकर आनन्द प्राप्त कर रहे थे।

Rabindranath Tagore Poet's Heart Story in Hindi - कवि का हृदय

Rabindranath Tagore Poet's Heart Story in HindiRabindranath Tagore Poet's Heart Story in Hindi


चांदनी रात में भगवान विष्णु बैठे मन-ही-मन गुनगुना रहे थे-

''मैं विचार किया करता था कि मनुष्य सृष्टि का सबसे सुन्दर निर्माण हैकिन्तु मेरा विचार भ्रामक सिध्द हुआ। कमल के उस फूल कोजो वायु के झोंकों से हिलता हैमैं देख रहा हूं। कि वह सम्पूर्ण जीव-मात्र से कितना अधिक पवित्र और सुन्दर है। उसकी पंखुड़ियां अभी-अभी प्रकाश से खिली हैं। वह ऐसा आकर्षक है कि मैं अपनी दृष्टि उस पर से नहीं हटा सकता। हांमानवों में इसके समान कोई वस्तु विद्यमान नहीं।''

Rabindranath Tagore Kabuliwala Story in Hindi - काबुलीवाला

Rabindranath Tagore Kabuliwala Story in HindiRabindranath Tagore Kabuliwala Story in Hindi


मेरी पांच वर्ष की छोटी लड़की मिनी से पल भर भी बात किए बिना नहीं रहा जाता। दुनिया में आने के बाद भाषा सीखने में उसने सिर्फ एक ही वर्ष लगाया होगा। उसके बाद से जितनी देर तक सो नहीं पाती हैउस समय का एक पल भी वह चुप्पी में नहीं खोती। उसकी माता बहुधा डांट-फटकारकर उसकी चलती हुई जबान बन्द कर देती हैकिन्तु मुझसे ऐसा नहीं होतामिनी का मौन मुझे ऐसा अस्वाभाविक-सा प्रतीत होता हैकि मुझसे वह अधिक देर तक सहा नहीं जाता और यही कारण है कि मेरे साथ उसके भावों का आदान-प्रदान कुछ अधिक उत्साह के साथ होता रहता है।

Rabindranath Tagore Dumb Story in Hindi – गूंगी

Rabindranath Tagore Dumb Story in HindiRabindranath Tagore Dumb Story in Hindi


कन्या का नाम जब सुभाषिणी रखा गया था तब कौन जानता था कि वह गूंगी होगी। इसके पहले
,उसकी दो बड़ी बहनों के सुकेशिनी और सुहासिनी नाम रखे जा चुके थेइसी से तुकबन्दी मिलाने के हेतु उसके पिता ने छोटी कन्या का नाम रख दिया सुभाषिणी। अब केवल सब उसे 'सुभाही कहकर बुलाते हैं।

Rabindranath Tagore Dhan ki Bhent Story in Hindi – धन की भेंट

Rabindranath Tagore Dhan ki Bhent Story in HindiRabindranath Tagore Dhan ki Bhent Story in Hindi



वृन्दावन कुण्डू क्रोधावेश में अपने पिता के पास आकर कहने लगा- ''मैं इसी समय आपसे विदा होना चाहता हूं।'' उसके पिता जगन्नाथ कुण्डू ने घृणा प्रकट करते हुए कहा- ''अभागे! कृतघ्न! मैंने जो रुपया तेरे पालन-पोषण पर खर्च किया हैउसे चुका कर ही ऐसी धमकी देना।'